बिहार के आवो-हवा में न केवल बौद्धिक संपदा के गहरे खदान हैं बल्कि ईहा के मांटी और मसालों से उपजे व्यञजनों की खुशबु और चटकारे दूर देशों में भी लिए जाते हैं । बिहार की भरी पूरी संस्कृति में खाने के खजाने का जो योगदान है वो अद्भुत व् अद्वितीय है । वही व्यंजन देश और विदेश में अलग अलग जगहों पर रह रहे बिहारियों की भावनाओं को अपनी जमीन और संस्कृति से जोड़ने के लिए एक सेतु का काम करते हैं । बात जायकेदार व्यंजन की हो और लिट्टी चोखा की चर्चा न हो , ये तो हो ही नहीं सकता…कुछ ऐसी ही सोच लिए 12 जून 2022, रविवार को जमा हुए जापान में रह रहे बिहार फाउंडेशन जापान के प्रवासी सदस्य ।
इजहार ए मोहब्बत का हुनर भी सिखाएंगे तुम्हें,
आओ कभी बिहार, लिट्टी चोखा का स्वाद चखाएंगे तुम्हें ।।
https://www.facebook.com/biharfoundationinjapan/videos/1443392109433501
बिहार तो नहीं , लेकिन हम सब जमा हुए शिन – किबा के BBQ जगह पर..11 बजे से सदस्यों के आने का सिलसिला शुरू हुआ .. बिहार फाउंडेशन जापान चैप्टर के सदस्यों ने कोरोना काल के बाद (लगभग २.५ साल के बाद) पहली बार लिट्टी चोखा मिलन का आयोजन किया! ज्ञातव्य हो की बिहार फाउंडेशन के सदस्यों ने इसकी तैयारी करते हुए बताया की इतने समय बाद मिलने जुलने का कार्यक्रम बन रहा है तो लिट्टी एक चुम्बक के रूप में साबित होगा और शायद ही कोई बिहार या झारखंड के प्रवासी होंगे जो अपने आप को रोक पाएंगे । और हुआ भी यही ..60 से भी ज्यादा सदस्यों ने अपनी भागीदारी दर्ज की ..बिहार झारखण्ड के सभी सदस्यों ने मगही, मैथिलि, अंगिका आदि में अपना परिचय दिया और साथ ही आने वाले दिनों में ऐसे और मेल जोल के कार्यक्रम को करने का प्लान शेयर किया ! लिट्टी और आलू-बैगन के चोखे के साथ चिकन, पनीर व चावल सलाद रायता का भी इंतजाम था !
एक परिवार के भांति हम कई लोग दो दिनों से एक साथ मिल जुलकर सभी सामान को खरीदने का काम करते नजर आये , कोई प्याज काटने में मदद करते नजर आये तो किन्हीं ने आंटा गूंथने का जिम्मा उठाया था , कोई चिकन बनाने में बाहुबली टाइप हाथ आजमाते नजर आये तो कोई सारे बर्तन , टोपिया धोते हुए….ये एक ऐसा स्नेह भरा कार्यक्रम था जिसमे एक आंगन में जमा हुए परिवार के सभी सदस्य एक साथ हाथ बंटाते हुए नजर आये…जी, ये स्नेह ही तो था ..कई नए चेहरे से रूबरू हुए , कोई अभी अभी जापान आये थे…परिचय का दौर चला तो फिर सबने अपने नाम , जिला, प्रोफेशन आदि की जिक्र किया..कुछ लोगो ने ठुमके लगाकर रही सही मस्ती की कसर भी पूरी कर ही डाली ! सभी बहुत उत्साहित और खुश थे ! इस मौके पर कई जापानी और अलग राज्य के बंधु गण भी लिट्टी चोखा के जायका का आनंद लेने आये हुए थे !
हम खाना कहेंगे तुम लिट्टी चोखा अचार समझना
मैं घर कहूंगा तुम बिहार समझना ।।
https://www.facebook.com/biharfoundationinjapan/videos/1020861291962061
कुछ ऐसे ही भावनाओं से ओत-प्रोत हुए हम सभी दुबारा जल्दी ही मिलने का वादा करते हुए शाम ४ बजे अपने अपने घर के लिए निकल पड़े !
अगर आप अविभाजित बिहार से हैं ( या बिहार झारखण्ड से ) और जापान के किसी भी कोने में हैं तो बेहिचक हमसे जुड़िये , आप हैं तो हम हैं ।।
जय बिहार ! जय झारखण्ड !