बिहार के आवो-हवा में न केवल बौद्धिक संपदा के गहरे खदान हैं बल्कि ईहा के मांटी और मसालों से उपजे व्यञजनों की खुशबु और चटकारे दूर देशों में भी लिए जाते हैं । बिहार की भरी पूरी संस्कृति में खाने के खजाने का जो योगदान है वो अद्भुत व् अद्वितीय है । वही व्यंजन देश