जिन्ना से इमरान तक १९३० के दशक से जिन्ना तपेदिक से पीड़ित थे लेकिन उन्होंने दुनिया को पता नहीं चलने दिया था. पाकिस्तान के आधिकारिक राष्ट्र बनने के पहले ही ११ सितंबर १९४८ को उनकी मृत्यु हो गई. फातिमा जिन्ना ने बाद में लिखा: अपनी जीत के घंटे में भी क़ैद-ए-आज़म गंभीर रूप से बीमार
Month: March 2019
बने रहो पगला, डरा रहे अगला पिछले लगभग तीस वर्षों से पाकिस्तान पागल होने का नाटक कर रहा है: कोई कुछ करेगा तो हम परमाणु हमला कर देंगे. पाकिस्तान की रणनीति पाकिस्तान द्वारा किसी भी पारंपरिक हमले के खिलाफ परमाणु हथियारों के पहले उपयोग पर आधारित है, खासकर भारत से, क्योंकि भारत ने नो फर्स्टयूज़
सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने वालों में आईएएस के बाद जो दूसरी सबसे पसंदीदा सर्विस है वो है आईएफएस यानी भारतीय विदेश सेवा. 1988 बैच के आईएफएस अफसर संजय कुमार वर्मा अभी जापान में भारत के राजदूत हैं और अपने इस लेक्चर में वो बता रहे हैं कि एक आईएफएस अफसर और खास कर
पापा के नाम चिट्ठी ! कितने दूर चले गए हो पापा , इस दूरी से डर सा लगता है , आपके सीने से लग पापा , रोने का मन फिर करता है ! अब ये नामुमकिन सा ही है , न जाने क्यों दिल नहीं मानता है , उन लम्हों को दुबारा , जी लेने