1 दिसंबर 2005 को पहली बार विस्तार से वशिष्ठ जी के बारे में पढ़ने को मौका मिला था जब एक अनजान व्यक्ति ने पुरे नोबा ( नेतरहाट ओल्ड बॉयज एसोसिएशन ) को एड्रेस करते हुए वशिष्ठ नारायण जी के बारे में लगभग ३ पेज का मेल किया था और तब उस मेल में दिए गए कुछ कंटेंट्स को पढ़ने को मौका मिला था ..आज जितनी भी बातें वशिष्ठ नारायण जी से सम्बंधित इंटरनेट पर उपलब्ध हैं उतनी ही बातों का सार पढ़ने को मिला था..मन में बस इतना ही ख्याल आया था की कभी इनसे मिलूंगा जरूर..बात आयी गयी हो गयी ..नोबा लोगो के बीच में वशिष्ठ नारायण जी की बातें यदा कदा होती रही ..मगर उस मेल के २ पॉइंट को मैं यहाँ आपलोगो को बीच हाईलाइट कर रहा हूँ !
Lok Sabha Debates : Need To Provide Accommodation To The World-Famous Mathematician … on 29 April, 2003 ( https://indiankanoon.org/doc/1760501/ )
इस दिए गए लिंक को पढ़िए एक बार ..इसमें तब के मकान मंत्री , स्वास्थ्य मंत्री लोगो के बीच ऑन रिकॉर्ड बातचीत का व्योरा है …श्री वशिष्ठ नारायण जी को दिल्ली इलाज कराने के लिए ले जाया गया था और कुछ एक बेसिक सुविधा जिसके लिए उनका परिवार सक्षम नहीं था , के लिए गुहार लगायी गयी थी .बांकी आप खुद समझदार है ..पढ़िए और सार समझिये
बांकी बहुत सारी जानकारी इंटरनेट पर आलरेडी उपलब्ध है ! उनकी बीमारी का नाम schizophrenia था . जिनको इस बीमारी के बारे में नहीं पता है वो एक हॉलीवुड सिनेमा है “Beautiful Mind” को देखकर समझ सकते हैं ! इस बीमारी के बारे में जितने भी एक्सपर्ट से बात की गयी , उससे इतना तो समझ में आ गया था की मेडिकल साइंस के पास इसका पुख्ता इलाज नहीं है ! उनको एक सामान्य माहौल चाहिए था नार्मल जिंदगी में वापस आने के लिए , बस ! बढ़ते उम्र के साथ उचित रख रखाव , ता – उम्र कुछ दवाइयां एवं समुचित मात्रा में उत्तम भोजन आदि के साथ उनके परिवार के सदस्य ने उनका ध्यान रखना शुरू कर दिया था ..लगभग एक दशक से डॉ वशिष्ठ नारायण जी पहले से कई बेहतर जिंदगी गुजर बसर करते नजर आ रहे थे ! कई बार सोशल मीडिया आदि पर मुझे भी उनके बारे में लिखने का मौका मिलता रहता था..जब भी मौका मिला हाल समाचार लेता ही रहा !
निःशब्द हूँ , मर्माहत हूँ ..नेतरहाट आवासीय विद्यालय दिवस के ठीक एक दिन पहले आपका यूँ चले जाना हमें आहत कर गया ..आज सुबह सुबह ही मैंने एक व्हाट्स अप्प ग्रुप में आपके नाम का ही जिक्र किया था..फिर थोड़ी देर में ही आपके आकस्मिक निधन की जानकारी मिली …मैं आपसे लगभग १० साल से जुड़ा हूँ , लेकिन मिलने का सौभाग्य आज तक नहीं मिला ..इस बार के अपने इंडिया ट्रिप में आपसे मिलकर आशीर्वाद लेने की मेरी इक्षा धरी की धरी रह गयी ..आपके साथ साथ आपके परिवार के सदस्यों से भी एक जुड़ाव हो गया था एक आत्मीयता का एहसास लिए हमारा ये सम्बद्ध अब धीरे धीरे धुंधला हो जायेगा !
ये पोस्ट लिखते लिखते हमारे प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति , सहित कई प्रभावी हस्तियों के शोक सन्देश आने शुरू हो चुके हैं ..धन्य हो वशिष्ठ
Vikash Ranjan
Tokyo , Japan
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A Senior SAP Consultant Working in Tokyo Japan , passionate about Cricket and Photography . Believe in Social services and love to meet people at various platform . Active by nature and Proud alumni of Netarhat Vidyalaya , Jharkhand. Active member of Bihar & Jharkhand Association of Japan. A Volunteer in HSS Japan. Playing Cricket with Men In Blue Cricket Club Tokyo
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